CRYPTOCURRENCY क्या है? CRYPTOCURRENCY की ट्रेडिंग कैसे होती है?

आज के दिन हर कोई CRYPTOCURRENCY या BITCOIN के बारे में सुनता है लेकिन ये क्या होता है और ये कैसे काम करता है,ये बहुत लोगों को पता नहीं है.

लेकिन आगे में आपको CRYPTOCURRENCY के बारे में ऐसे कुछ बाते बताने वाला हूँ जिसको पढ़ने के बाद CRYPTOCURRENCY के बारे में सभी जानकारी आपको मिल जाये.

पैसो का मतलब हमारे जीवन में बहुत ज्यादा है लेकिन पहले के ज़माने में जब दुनिया में पैसे नहीं बनते थे उस वक्त लोग (BARTER SYSTEM) बार्टर सिस्टम का इस्तेमाल किया करते थे,जिसमे लोग अपने पास के वस्तुओ का आदान-प्रदान करते थे.इस तरीके से व्यवहार चला करता था. 
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बार्टर सिस्टम में कई सरे कमिया थी जैसे की.

आपकी और दूसरे की जरुरत-अगर आपको कोई वस्तु चाहिए और आपके पास की एक वस्तु आप बदलकर ले सकते है लेकिन हमेशा ऐसा नहीं होता था की सामने वाले को आपके पास का सामान की जरुरत न पड़े,ऐसे में बार्टर सिस्टम के साथ व्यवहार करने में बहुत दिक्कत आती थी.

कोई एक कीमत नहीं थी- बार्टर सिस्टम में किसी भी वस्तु की कीमत समान नहीं थी,उस वक्त ऐसा होता था की,मान लो आपको जवारी चाहिए लेकिन आपके पास सेब है तो आप ऐसे में किस प्रकार से और कितनी जावरी लेंगे इसकी कोई पक्का हिसाब किसी के पास मौजूद नहीं होती था,ऐसे में किसी भी वस्तु की आप एक कीमत नहीं लगा सकते थे.ऐसे में भी बार्टर सिस्टम फ़ैल होता था. 

इन सभी बातो से दुनिया वाकिफ हुयी तब,1250AD में पहली बार सोने को पैसे के रूप में बनाया गया और तब से काफी सालो तक सोने से ही लेनदेन के कई सारे काम होने लगे थे.

इसके बाद कई सारे धातु के मुद्रा को चलन में लाया गया.1900AD से दुनियाभर में पेपर के मुद्रा को शुरू किया,और आज तक पेपर के मुद्रा का इस्तेमाल किआ जाता है.

धातु की मुद्रा और पेपर की मुद्रा इनके बाद जब दुनिया डिजिटल हो गयी तब दुनिया में क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड से लेनदेन होने लगी जिसे डिजिटल पेमेंट भी कहा जाता है. 

डिजिटल पेमेंट की सुविधा सरकार और बैंक के द्वारा दी जाती है,इसमें होने वाले किसी भी प्रकार के TRANSACTIONS पर सरकार और बैंक नजर रख सकती है और उस पे कण्ट्रोल भी कर सकती है,और क्रेडिट कार्ड या डिजिटल पेमेंट किस प्रकार से काम करेंगे ये भी चुनने का हक़ सरकार और बैंक को होता है.   

    CRYPTOCURRENCY क्या है?

    दुनिया में सभी देश के लिए अलग अलग CURRENCY होती है जैसे,भारत के लिए रुपया () , अमेरिका के लिए डॉलर($),और यूरोप के लिए यूरो() ये करेंसी उसी देश के सरकार ने अपने देश में लागु करवाए है और उनके हिसाब से जिस देश की करेंसी होगी उस देश में आप कही भी उन  CURRENCY एक कीमत पर इस्तेमाल कर सकते हो,उन CURRENCY को हम महसूस कर सकते है,इस लिए हम लोग उन करेंसी पूरी तरीके से विश्वास कर ते है. 
    लेकिन जिस प्रकार से डिजिटल पेमेंट में हमें पैसे का किआ हुआ ट्रांसक्शन्स या वो पैसा नहीं दिखता है उसी तरह से CRYPTOCURRENCY से किया हुआ ट्रांसक्शन या CRYPTOCURRENCY हमें कभी भी दीखता नहीं है.वो लोगों के पास मौजूद तो होता है लेकिन हमें किसी भी प्रकार से वो दीखता नहीं है.

    जिस प्रकार से हम अपने डिजिटल या फिजिकल पैसों से किसी भी वस्तु या SERVICES को आसानी से खरीद सकते है उसी तरीके से आप CRYPTOCURRENCY का भी उपयोग कर सकते है,और अपनी जरुरत पूरी कर सकते हो. 

    जिस तरीके से 5और 2000 में बहुत ज्यादा अंतर है उसी तरीके से CRYPTOCURRENCY में भी बहुत सारे प्रकार मौजूद है जैसे की BITCOIN को सबसे ज्यादा VALUE है,इसके साथ LITECOIN,RIPPLE इनकी तरह 5000 से भी ज्यादा CRYPTOCURRENCY मौजूद है जिनकी VALUE अलग अलग है. 

    CRYPTOCURRENCY किसने और क्यों बनाया था?

    2008 में BITCOIN.ORG इस वेबसाइट पर एक PDF अपलोड किया गया,PDF अपलोड करने वाले का नाम SATOSHI NAKAMOTO ऐसा बताया गया. 

    लेकिन आज तक ये पता नहीं चला की आखिर ये SATOSHI NAKAMOTO आखिर है कोण.
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    दुनिया भर में इसी आदमी को SATOSHI NAKAMOTO बताया जाता है. 

    ऐसा कहा जाता है की,SATOSHI NAKAMOTO ये CRYPTOCURRENCY और BLOCKCHAIN के फाउंडर है और आज के दुनिया में सबसे ज्यादा BITCOINS इनके नाम ही है. 

    2008 में पब्लिश की गयी PDF में SATOSHI इनके द्वारा CRYPTOCURRENCY के बारे में सभी प्रकार की जानकारी लोगों के सामने पेश की थी. 

    इनमे CRYPTOCURRENCY कैसे काम करती है?,BLOCKCHAIN TRANSACTION कितना SAFE है?,इसमें TRANSACTION किस प्रकार से किया जाता है? इन सब जानकारी के आलावा बहुत सारी जानकारी उन्होंने उस PDF में दिए हुए थे.(OFFICIAL PDF)

    PDF पब्लिश होने के बाद SATOSHI इनकी कुछ और जानकारी दुनिया के सामने आयी है,जिसमे ऐसा बताया जाता है की SATOSHI एक JAPANIS व्यक्ति है जिनकी उम्र लगभग 40 साल है.इसके आलावा वो एक बेहतरीन CODER थे जिसकी मदद से ही उन्होंने BLOCKCHAIN SYSTEM को बनाया था. 

    CRYPTOCURRENCY TRANSACTION कैसे होती है?

    जिस प्रकार से हम डिजिटल प्रकार से किसी भी TRANSACTION करते है उसी तरीके से CRYPTOCURRENCY भी काम करता है,आपको आपके डिजिटल फॉर्म में पैसे दीखते नहीं लेकिन वो पैसे होते है उसी तरीके से CRYPTOCURRENCY भी होती है लेकिन कभी किसी को दिखती नहीं है. 
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    CRYPTOCURRENCY ये किसी भी MOBILE APP की तरह आप सोच सकते हो,आप किसी को भी आसानी से CRYPTO भेज सकते हो या किसी से भी प्राप्त कर सकते हो.लेकिन जिस प्रकार से मोबाइल APP में सिक्योरिटी REASON के लिए UPI पिन और कुछ ट्रांसक्शन करने के लिए जरुरत के चीज़े बताई जाती है.उसी तरीके से CRYPTO में आपकी डिजिटल सिग्नेचर की जरुरत होती है.जिस प्रकार से APP में ट्रांसक्शन करते समय सबके लिए अलग पहचान होती है उसी तरह CRYPTO में भी सबके लिए HIGH SECURE एड्रेस मौजूद होते है.जिनसे आप किसी को भी CRYPTO भेज सकते हो.

    CRYTO भेजते वक्त जिसी भी कंप्यूटर का आप इस्तेमाल करोगे उनके पास आपने भेजे हुए ट्रांसक्शन की फीस उनके पास अपने आप चली जाएगी,ऐसे में आप जितनी ज्यादा फीस को सन्मति देते हो आपका ट्रांसक्शन उतना ही ज्यादा जल्दी हो सकता है.

    क्योंकि दुनिया भर के लोग सभी ट्रांसक्शन पर नज़र रखे होते है और आपके लिए कोई एक डिजिटल KEY PROVIDE करनी पड़ती है,जिसका कंप्यूटर सबसे पहले आपके ट्रांसक्शन के लिए KEY प्रोवाइड करता है,उनको आपने संमित की हुयी फीस चली जाती है,इसी को ही BITCOIN MINING कहा जाता है.जो कंप्यूटर आपको KEY देने के लिए काम करते है उस प्रोसेस को BLOCKCHAIN कहा जाता है.  

    CRYPTOCURRENCY की कीमत कैसे तय होती है?

    जिस प्रकार किसी भी कीमत को समझने के लिए कोई न कोई फार्मूला मौजूद होता है जिससे उस वस्तु की कीमत समझ सकते है. 

    लेकिन CRYPTOCURRENCY के EXPERT कहते है,की ऐसा कोई भी फार्मूला दुनिया में मौजूद नहीं है जिससे CRYPTO की कीमत समझ सके.

    लेकिन CRYPTO के कीमत को समझने के लिए एक तरीका है की CRYPTO की कीमत DEMAND AND SUPPLY के FLOW पे समज सकते हो,जिस वक्त DEMAND ज्यादा होगी उस वक्त CRYPTO की कीमत ज्यादा और DEMAND कम तो इसकी कीमत भी कम. इस बात को समाज के आप CRYPTO की कीमत को समज सकते हो. 

    CRYPTO की कीमत कभी भी एक नहीं होती है MARKET के SITUATION से CRYPTO की प्राइज काम और ज्यादा होती रहती है,हर 30 सेकंड में CRYPTO की कीमत बदलती रहती है. 

    इस लिए आप कभी भी CRYPTO की एक कीमत नहीं पकड़ सकते हो. 

    भारत में CRYPTOCURRENCY बॅन है?

    दुनिया में ऐसे बहुत सरे देश है उनमे CRYPTOCURRENCY चलती है लेकिन इसमें सरकार का किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप नहीं होता है लेकिन कई देशो CRYPTOCURRENCY  पूरी तरीके से बन हुआ है. 
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    लेकिन भारत देश की बात की जाये तो,सरकार CRYPTO के मामले में हस्तक्षेप नहीं करती है जैसे की,अगर आप कोई पेमेंट करने की APP इस्तेमाल करते हो,लेकिन APP से आपको पता चले इना किसी के पास या किसी ने आपके पैसे चुरा लिए तो आप उस चीज़ को आप पुलिस की सहायता के साथ वापस ले सकते हो लेकिन अगर CRYPTO के मामलों में ऐसा कुछ होता है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी आपकी होती है,इसमें पुलिस आपकी किसी भी प्रकार से मदद नहीं कर सकती है. 

    कुछ सालो पहले इंडियन रिज़र्व बैंक ने CRYPTO के ट्रेडिंग के बारे में कोर्ट में बताते हुए,CRYPTO से लोगों के जीवन में क्या बदलाव हो सकते है इस्पे गौर करने की कोशिश की,लेकिन CRYPTO की तरफ से उन सभी मामलों को कोर्ट के सामने पेश किया और विश्वास बना लिया था की CRYPTO कितना सेफ है. 

    इसके बाद RBI ने पूरी देश में ये नियम लागु करवाया की CRYPTO के साथ किसी बैंक से ट्रेडिंग नहीं होनी चाहिए,इस वक्त CRYPTO इंडिया में बन नहीं हुआ लेकिन CRYPTO के ट्रेडिंग पर इंडिया में RESTRICTIONS बहुत ज्यादा है.

    CRYPTOCURRENCY जिनकी कीमत बहुत ज्यादा है.

    1. Ethereum (ETH)

    2. Litecoin (LTC)
     
    3.Cardano (ADA)
     
    4.Polkadot (DOT)
     
    5. Bitcoin Cash (BCH)

    6. Stellar (XLM)

    7. Chainlink

    8. Binance Coin (BNB)

    9. Tether (USDT)

    10. Monero (XMR)

    उम्मीद है की आपको ये जानकारी पसंद आयी होगी,और CRYPTOCURRENCY के बारे में आपको थोड़ा बहुत तो पता चला होगा. 

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