दोस्तों,दुनिया मे ऐसे बहुत सारे लोक है जो अपने दम पे दुनिया के सामने करोड़पति कहला सकते है, और दुनिया में कुछ ऐसेभी लोक है जो बिना ज्यादा काम करे दुनिया के सामने करोड़पति के रूप में सामने आते है. ऐसेही लोगों को हम लोग FROUD लोग बोलते है.
अब में आपको बता ता हु, की ये लोग कैसे एक करोड़पति बनते है,वो भी बिना ज्यादा कष्ट किये.
इस लिस्ट मे की ऐसे भी बिजनस के नाम है,जो इंडियन बिजनस होने के साथ दुनिया मे लोकप्रिय थे.
-दुनिया के हर देशो की सरकार और BANKS ने मिलकर अपने देश के लोगों की जिंदगी और उनके BUSINESS को सुधरने के लिए उनको थोड़े समय के लिए बैंक से कुछ पैसे उधर के रूप में कर्ज़े पे दिए जाता है,लेकिन दुनिया में ऐसे कई सारे लोग होते है,जैसे की विजय माल्या ,इनके जैसे बिजनेसमैन के द्वारा बैंक से थोड़ा बहुत कर्ज़ा लिया जाता है,लेकिन नियमो के खिलाफ जाके इन्होने पहले कर्ज़े को पूरा भरने के बजाये और कर्ज़ा लेते लेते चले जाते है और एक समय ऐसा आता है की उन्होंने लिए हुए कर्ज़े को वो भर नहीं सकते इसकी वजह विजय माल्या की तरह कई सरे लोग अपनी देश को धोका देते हुए भाग जाते है.
भारत देश में ही नहीं दुनिया में ऐसे कई सारे लोग है जिन्होंने विजय माल्या की तरह ही,अपने कर्ज़े को न भरते हुए भाग गए. हम इंडियंस के लिए शर्म की बात ये है की दुनिया में सबसे ज्यादा ऐसे लोग, इंडिया में ही है. इनके द्वारा सिर्फ एक दो करोड़ नहीं कई हजार करोड़ के कर्ज़े को बिना चुके आज़ाद घूम रहे है.
आगे में आपको दुनिया के सबसे बड़े चार FROUD लोगो के बारे में बताऊंगा जिनका नाम आपने पहले कभी नहीं सुना रहेगा.
इसके साथ उनके पास क्या क्या उनकी सम्पत्ति है इसके बारे में आपको बताऊँगा.
1. ELIZABETH HOLMES (THERANOS):-
हम बात काम रहे है दुनिया की सबसे बड़े स्टार्टअप फ्रॉड के बारे में, उस स्टार्टअप का नाम था THERANOS. जब ये स्टार्टअप शुरू हुआ था सिर्फ एक ही साल में ये स्टार्टअप दुनिया के सबसे सक्सेसफुल स्टार्टअप में से एक हो गया था.
ELIZABETH HOLMES का जीवन कैसे गुजरा.
ELIZABETH HOLMES बचपन से बहुत क्रिएटिव मिंडसेट से जीती थी,बचपन से उन्होंने अलग अलग बिज़नेस आइडियाज पे काम करना शुरू किआ था. STANFORD यूनिवर्सिटी में पढ़ते हुए उनके दिमाग में आये हुए एक आईडिया को इन्होने अपने प्रोफेसर से शेयर कीया,उन्होंने कहाँ कि इंसान के शरीर के सिर्फ कुछ बून्द खून से ही पूरा शरीर जाँच ले ऐसी एक मशीन बनवा सकते है. इस मशीन के मदद से कैंसर जैसी बड़ी बिमारियों का पता पहले ही हो जाये.
THERANOS की शुरुवात.
कई लोगों से बात करने के बाद थोड़े से लोग इनके साथ जुड़ गए,इन्ही लोगों के साथ मिलकर ELIZABETH HOLMES ने अपनी एक कंपनी शुरू की जिसका नाम RIAL-TIME CURES रखा जिसका आगे चलके नाम बदलकर THERANOS रख दिया गया. ये कंपनी शुरू करने तक ये पढाई ही कर रही थी.
पढाई छोड़ने के बाद अपना पूरा ध्यान मशीन बनाने में लगा दिया और कुछ महीनो में उसने एक डिवाइस बनाया जिसका नाम EDISON रखा गया था. ये डिवाइस दुनिया के सामने आने के बाद इनके कंपनी में बहुत सारे इन्वेस्टर जुड़ गए थे.
उनके रहें सेहन को देखते हुए कई लोगो ने उनको अगला STEAV JOBS भी मानाने लगे थे, वो स्टीव जॉब्स की तरह कपडे पहना करती थी और उनके जैसी ही बिना नंबर की कार इस्तेमाल किआ करती थी.
आगे कुछ सालों में दुनिया की सबसे कामयाब लोगो में ELIZABETH HOLMES का नाम आने लगा था.
आगे 2015 से इनकी कंपनी डुबना शुरू हुआ,एक रिपोर्टर ने कहा था की, ELIZABETH HOLMES पूरी दुनिया से झूठ बोल रही है. इसके बाद उनपे इन्वेस्टीगेशन शुरू हुयी. उनका फ्रॉड अब दुनिया के सामने आया था इस वजह से उनपे फ्रॉड का इज़्ज़ाम लगा दिया.
ये सब होने के बाद उनकी कंपनी बंद हो गयी और लोगों की नज़रो से ये कंपनी गिरती चली गयी.
साथ मे पढे:
1.सबके लिए और सबसे अच्छी वेबसीटेस जो हर किसी के काम आएगी.
2. VIJAY MALYA (KINGFISHER):-
विजय माल्या का जन्म बिजनेस फैमिली में हुआ था इनके फादर विट्ठल माल्या एक अच्छे बिजनेसमैन थे. उनकी जो बड़ी कंपनी यूनाइटेड बेवरेज ये कंपनी इन के पिता या इन्होंने स्टार्ट नहीं की थी, 1960 मैं इस कंपनी को THOMAS LISHMAN इन्होंने स्टार्ट की थी.
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विजय माल्या इनके पिता विट्ठल माल्या 22 साल की उम्र में इस कंपनी में ज्वाइन हुए थे, आगे चलकर विट्ठल माल्या एक इन्वेस्टर और अच्छा बिजनेस मैन के तौर पर लोगों के सामने आने लगे थे. 1946-47 के साल में इन्होंने अपना दिमाग लगाते हुए और UNITED BRAVERAGE कंपनी की प्रोग्रेस को देखते हुए इन्होंने UNITED BRAVERAGE कंपनी के अच्छे खासे शेयर को खरीदना शुरू कर दिया था.
इनके काम करने के तरीके और बिजनेस की अच्छी नॉलेज इनकी वजह से कुछ ही सालों में विट्ठल माल्या UNITED BRAVERAGE के डायरेक्टर बने थे. विट्ठल माल्या UNITED BRAVERAGE के पहले इंडियन डायरेक्टर थे. इनके इस सफलता को देखकर आगे 1948 में UNITED BRAVERAGE कंपनी का चेयरमैन के रूप में विट्ठल माल्या को चुना गया.
आगे 1952 से इन्होंने अलग-अलग कंपनियों को AQUIRE करना शुरू किया और अपने बिजनेस को और बढ़ाना शुरू कर दिया. इन्होंने कई कंपनियां AQUIRE की जैसे कि इलेक्ट्रिक कंपनी,पेपर कंपनी उनके जैसे कई सारी कंपनियां खरीद ली थी.
विजय माल्या के साम्राज्य की शुरुवात.
1983 में विट्ठल माल्या की मृत्यु के बाद इनके पूरे कंपनी की जिम्मेदारी विजय माल्या पर आ गई थी,उस वक्त विजय माल्या की उम्र सिर्फ 27 साल की, 27 साल के विजय माल्या यूनाइटेड बेवरेज इतनी बड़ी कंपनी के चेयरमैन बने थे.
जब इनके पिता का देहांत हुआ था,उस वक्त उनके कंपनी का टर्नओवर लगभग 350 करोड़ था, विजय माल्या चेयरमैन बनने के बाद उन्होंने अपने अलग-अलग ब्रांच में सुधार करना शुरू कर दिया. अलग-अलग रास्ते अपनाने के बाद उनको पता चला कि सबसे ज्यादा कमाई किस प्रकार होती है, उस वक्त उन्होंने जाना कि शराब का बिजनेस बहुत ज्यादा ग्रो कर रहा है, तब उन्होंने अपना एक शराब का बिजनेस शुरू कर दिया. यूनाइटेड ब्रेवरीज के पुराने लोग कहते हैं की विजय माल्या बहुत ही हार्ड वर्किंग थे.
यूनाइटेड ब्रेवरीज का शराब का बिजनेस विजय माल्या के पास आने की वजह से कुछ ही सालों मे इनका ये बिजनेस दुनिया का सबसे बड़ा शराब का बिजनेस बन गया था.अपने दिमाग का सही तरीके से इस्तेमाल करते हुए विजय माल्या ने UNITED BRAVRAGE इस अंपायर को और बड़ा करने की शुरुआत की.
कुछ साल बाद के इनके शराब के बिजनेस की ग्रोथ होती चली गई, इसके चलते विजय माल्या को साउदर्न केलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की डॉक्टरेट की डिग्री से नवाजा गया.
आगे कुछ सालों बाद विजय माल्या ने एयरलाइन बिजनेस में अपना हाथ जमाना शुरू कर दिया. लेकिन सभी एयरलाइन से इन्होंने अलग सर्विस देना शुरू कर दिया, इनके एयरलाइन के टिकट बहुत ज्यादा महंगे थी क्योंकि लोगों को अच्छी सर्विस देते थे. इनका ये अलग अंदाज लोगों को बहुत पसंद आया और कुछ ही सालों में इनकी KINGFISHER AIRLINE भारत देश की दूसरी सबसे बड़ी एयरलाइन बन गई थी.
आगे इनके सर्विस का दाम बढ़ने लगा था, इस वजह से किंगफिशर एयरलाइन घाटे में जा रही थी, इसके बाद किंगफिशर कभी भी उस घाटे से उभर नहीं पायी.
आगे विजय माल्या ने उनकी किंगफिशर एयरलाइन बंद कर दी लेकिन इस कंपनी के EMPLOYEE को लगभग 7 महीनों से सैलरी नहीं मिली थी इस वजह से वह लोग स्ट्राइक पर चले गए थे, कुछ महीनों बाद भी EMPLOYEE इनको सैलरी ना देने की वजह से इनके एयरलाइन का लाइसेंस रद्द कर दिया गया.
इससे पहले विजय माल्या ने अपने एयरलाइन की SERVICE को बढ़ाने के लिए लगभग 9000 करोड़ का लोन लिया था. वही लोन विजय माल्या ने आज तक नहीं चुकाया.
इस तरीके से विजय माल्या लोन नहीं चुकाने की वजह से मार्च 2016 मैं ब्रिटेन भाग गया. इस वजह से भारत सरकार ने विजय माल्या को 9000 करोड़ के लोन केस में मोस्ट वांटेड घोषित कर दिया.
3. SUBRATA ROY (SAHARA GROUP) :-
30 September 2009 में SAHARA GROUP के द्वारा लोगों से लोन लेने के लिए इन्होंने अपने कागज सेबी में भेज दिए थे. उसका SEBI (SECURITY EXCHANGE BANK OF INDIA) के द्वारा जांच में पता चला कि, सहारा ग्रुप के दो बिजनेस SIRCL (SAHARA INDIA REAL ESTATE CORP.LTD) और SHCIL (STOCK HOLDING CORPORATION OF INDIA) इनके द्वारा लिए गए फंड में कुछ गड़बड़ी लगी इसके बाद 25 दिसंबर 2009 और 4 जनवरी 2010 को SEBI को इन दो कंपनियों के खिलाफ कंप्लेन मिली, उस complaint में सेबी को यह पता चला कि सहारा के ये दो कंपनी लोगों से गलत तरीके से लोगो से पैसा लेती है. पहले ही SEBI को इन दो कंपनियों के खिलाफ शक था. इसके बाद सेबी ने सहारा को के हिसाब से जवाब मांगा.
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जांच करने के बाद यह पता चला कि दोनों बिजनेस ने लगभग 24000 करोड़ लोगों से लिए है, इसके साथ SEBI को पता चला कि इन्होंने बहुत सारा पैसा DEBENTURES में निवेश किया है जो कि नियम के खिलाफ होते हैं.
सभी प्रकार की जांच होने के बाद SEBI ने दोनों कंपनियों को कहा कि, जिन लोगों ने आपके कंपनी में निवेश किया है और उनको उनका पैसा 15 परसेंट इंटरेस्ट के साथ वापस दे दो, लेकिन सहारा ग्रुप को यह मंजूर नहीं था इस वजह से सहारा ग्रुप ने इलाहाबाद के कोर्ट में SEBI के इस बॉर्डर के खिलाफ केस दर्ज किया, December 2010 में सेबी के द्वारा दिए गए इस ऑर्डर को कुछ समय के लिए रोकने के लिए कहां गया.
इसके कुछ महीनों बाद में इलाहाबाद कोर्ट ने SEBI के खिलाफ रोका हुआ केस फिर से शुरू कर दिया. ऐसा हो जाने के बाद सहारा ग्रुप ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की वहां भी इनका काम नहीं बना आखिरकार सहारा ने SAT में SEBI के खिलाफ केस दर्ज किया लेकिन उनके उस अपील को धाइज करते हुए SAT ने सहारा ग्रुप को कहां के SEBI ने बताए हुए, ऑर्र्डर को आपको पूरा करना होगा.
Sat के इस फैसले के बाद सुप्रीम कोर्ट में अपील की लेकिन वहां पर सहारा ग्रुप की हार हो गई और SIRECL और SHICL को अपने इन्वेस्टर का पूरा पैसा वापस करने को कहा गया.
सहारा ग्रुप में SEBI के पास आधा पैसा जमा कर दिया लेकिन आधा पैसा नहीं जमा किया था. इसके बारे में SEBI ने सहारा ग्रुप को सवाल करने पर सहारा ग्रुप ने कहा कि हमने अपने इन्वेस्टर का पैसा वापस कर दिया है. इनके इस जवाब पे जांच होने के बाद सभी को पता चला कि यह सब तो झूठ है.
उस पैसे को पूरा जमा करने के लिए SEBI ने सहारा ग्रुप के प्रॉपर्टी पे हाथ जमाना शुरू कर दिया, इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने 24 फरवरी 2014 को सहारा ग्रुप के चेयरमैन SUBRATA ROY को अरेस्ट किया.
इसके साथ सहारा ग्रुप के बर्बादी शुरू हो गई. एक समय तक इंडिया में इंडियन रेलवे के बाद सबसे ज्यादा कामगार सहारा ग्रुप के पास थे वह कंपनी आज एक bankrupt कंपनी होने के वजह से बंद होने की कगार पर है.
सहारा ग्रुप का नाम एक समय के लिए लोगों के दिलों पे राज करता था लेकिन इस कांड के बाद सहारा ग्रुप लोगों के दिलों से दूर होता चल गया.
4. ENRON :-
अगर दुनिया के सबसे बड़े SCAM के बारे में बता ते हुए अगर इस SCAM का नाम न आये तो ये लिस्ट अधूरी हो सकती है क्योंकि दुनिया में से सबसे बड़े SCAM में इस SCAM का नाम अता ही है. इस कंपनी ने लगभग 70B. $ का घोटाला किआ था.
ENRON ये कंपनी HOSTON NATURAL GAS और INTER NORTH इन कंपनी के एकजुट से बनी थी.जिसका नाम ENERGY TRADING COMPANY मतलब ENRON रखा गया था. इनका ENERGY और NATURAL गैस की ट्रेडिंग करने का बिज़नेस था.
शुरुवात से ही इनका इरादा सही नहीं था,इन्होने अपने बिज़नेस को लोगों को न समझ में आये ऐसा बनाने की सोची वो अपने कंपनी का सिर्फ प्रॉफिट ही लोगों के सामने लाया करते थे,और और बिज़नेस को कॉम्पलिमेंट करने के लिए,उनको कई ऐसे लोगों की जरुरत थी जो, उनके बिज़नेस को और कॉम्पलिमेंट कर सके क्योंकि सच लोगों के सामने न आये.
ENRON ने अपने प्रॉफिट को बढ़ाने के लिए,ऐसे बिज़नेस शुरू कर दिए जिनका उनको ज्यादा नॉलेज नहीं था. इस वजह से इनको ज्यादा तर बिज़नेस में LOSS हो गया. लेकिन कंपनी अपने रेप्युटेशन को बरक़रार रखना चाहती थी,इस लिए उन LOSSES को कंपनी छुपाने लगी,और लोगों को फेक REVENUE दिखने लगी.
आगे 1992 में इस कंपनी के CEO ने और इनके फाउंडर ने मिलके एक खेल खेला,उन्होंने अपने ACCOUNTING सिस्टम को बदलने को सोचा.ऐसे में लोगों को ये कंपनी अपने प्रॉफिट को और बढ़ाके दिखाने लगी. जैसे की 10M. के वैल्यू को 50M. दिखने लगे.
ENRON ने आगे चलके अपना फाइबर ऑप्टिक्स बिज़नेस भी शुरू किआ था. बाकि डील के जैसे ही इस डील की सर्विस शुरू करने से पहले ही,ENRON ने उस सर्विस की वैल्यू अपने प्रॉफिट में दिखने लगे थे. 2000 के साल में ENRON कंपनी का REVENUE लगभग 100B. उस वक्त के (440000 करोड रु.) था.इस वैल्यू के अनुसार इस कंपनी को दुनिया के सबसे बड़े कंपनी में गिना गया.
आगे चलके इस बिज़नेस ने सोचा की पीछे किये हुए सभी कांड को हम पूरा भर देंगे. लेकिन तब तक बहुत देर हुो गयी थी.कंपनी पर बहुत सरे प्रेशर होने की वजह से ENRON ने एक साल में 618M. $ का LOSS दिखाया,लोगों को समज नहीं आया की,इस कंपनी के सभी स्टेटमेंट इतने अच्छे होने की बजाये कंपनी लॉस में कैसे जा सकती है. SEC ने इस सभी बात की जाँच करने के बाद,नवंबर 2011 में SEC द्वारा किये हुए जाँच में ये पाया की ENRON ने लोगों के साथ बहुत बड़ा फ्रॉड किआ है.
इस फ्रॉड के बाद कंपनी का लाइसेंस बंद कर दिया और लोगों के पैसो को वापस करने को कहा गया.
तो ये थे दुनिया के सबसे बड़े फ्रॉड में से कुछ फ्रॉड, इन फ्रॉड के बारे में आपका क्या कहना है कमेंट में जरीर बताना.
अगर मुझसे बात या मुझे कुछ SUGGEST करना तो आप यहाँ पे कमेंट कर सकते हो. अगर आपके टॉपिक्स पर मेरे द्वारा लेख चाहते हो तो भी आप कमेंट कर सकते हो.
धन्यवाद!
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